डेली करेंट अफेयर्स और GK | 14 अप्रैल 2020
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1. तमिलनाडु, पुदुच्चेरी, मिजोरम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि 30 अप्रैल 2020 तक बढ़ा दी गई है।
- हाल ही में तमिलनाडु, पुदुच्चेरी, मिजोरम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में सरकारों ने कोविड-19 के कारण लॉकडाउन की अवधि 30 अप्रैल 2020 तक बढ़ा दिया है।
- यह लॉकडाउन आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 और आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत अप्रैल माह के अंत तक लागू रहेगा।
राज्य / संघ राज्य क्षेत्र |
राजधानी |
मुख्यमंत्री |
तमिलनाडु |
चेन्नई |
एडप्पादी के पलानीसामी |
पुदुच्चेरी |
पुदुच्चेरी |
वेलु नारायणसामी |
मिजोरम |
आइजोल |
जोरामथांगा |
मेघालय |
शिलांग |
कॉनराड संगमा |
अरुणाचल प्रदेश |
ईटानगर |
पेमा खांडू |
2. भारत में फंसे विदेशी नागरिकों के नियमित वीजा और ई-वीजा की समय सीमा बढ़ायी गई।
- हाल ही में भारत सरकार ने कोविड-19 के कारण भारत में फंसे विदेशी नागरिकों के नियमित वीजा और ई-वीजा के आधार पर समय सीमा बढ़ा दी है।
- यह समय सीमा 30 अप्रैल 2020 तक के लिए बढ़ाई गई है।
- ऐसे विदेशी नागरिक जिनके वीजा की समय सीमा 1 फरवरी से 30 अप्रैल के दौरान समाप्त होने वाली है, वे आवेदन कर इस अवसर का निःशुल्क लाभ ले सकते हैं।
3. 14 अप्रैलः डॉ. भीम राव अंबेडकर की जयंती।
- 14 अप्रैल 2020 आज डॉ. भीम राव अंबेडकर की 129 वीं जयंती है।
- इस अवसर पर राष्ट्र उनको नमन करता है।
- बाबासाहेब भीम राव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू, मध्य प्रदेश में हुआ था, वर्तमान में यह स्थान डॉ. अंबेडकर नगर के रूप में जाना जाता है।
- डॉ. अम्बेडकर एक प्रसिद्ध न्यायविद्, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे।
- वे स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री थे।
- डॉ. अम्बेडकर को भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार के रूप में जाना जाता है।
- 1990 में मरणोपरांत उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
4. एक सहयोगी नेटवर्क कोलैबकैड की शुरूआत की गई।
- हाल ही में एक सहयोगी नेटवर्क कोलैबकैड (Collab CAD) की शुरूआत की गई है।
- यह सहयोगी नेटवर्क, अटल नवाचार मिशन, नीति आयोग और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र के द्वारा संयुक्त रूप से प्रारंभ किया गया है।
- इस पहल का उद्देश्य देशभर की अटल टिंकरिंग लैब के विद्यार्थियों को आदर्श मंच उपलब्ध कराना है ताकि वे स्वच्छंद और उन्मुक्त रचनात्मकता तथा परिकल्पना के साथ 3-डी डिजाइन बना सकें और उन्हें संशोधित कर सकें।
- यह सहयोगी नेटवर्क कंप्यूटर आधारित सॉफ्टवेयर सिस्टम है।
- यह सिस्टम 2-डी ड्रफ्टिंग और डिटेलिंग से लेकर 3-डी प्रोडक्ट डिजाइन जैसे सम्पूर्ण इंजीनियरिंग समाधान उपलब्ध कराता है।
- अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना, देशभर में, बच्चों में नए विचारों और सृजनात्मकता को प्रोत्साहन देने के लिए की गई है।
- अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग द्वारा संपूर्ण देश में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रारंभ की गई एक प्रमुख पहल है।
- यह भविष्य में भारत के नवाचार और उद्यमशीलता की आवश्यकताओं पर आधारित है।
5. मुख्य निर्वाचन आयुक्त व अन्य एक वर्ष तक अपने मूल वेतन का 30% हिस्सा कोविड-19 के खिलाफ योगदान करेंगे।
- हाल ही में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा और अन्य दो निर्वाचन आयुक्त अशोक लावासा और सुशील चंद्र ने बताया कि कोविड-19 के खिलाफ चल रहे अभियान में एक वर्ष तक अपने मूल वेतन के 30% हिस्से का योगदान देंगे।
- चुनाव आयोग:
- भारत का चुनाव आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक निकाय है।
- यह भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं के संचालन के लिए उत्तरदायी निकाय है।
- भारतीय संविधान का भाग 15 चुनाव व चुनाव आयोग से संबंधित है।
- चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को की गई थी।
- संविधान का अनुच्छेद 324 से 329 तक में आयोग, इसके सदस्य की शक्तियाँ, कार्य, कार्यकाल, पात्रता आदि से संबंधित प्रावधान के बारे में बताया गया है।
6. पश्चिम बंगाल में बंगाली नववर्ष पोहेला बोइशाख मनाया जा रहा है।
- पश्चिम बंगाल में बंगाली नव वर्ष दिवस पोहेला बोइशाख मनाया जा रहा है।
- परंतु देश में चल रहे लॉकडाउन के कारण, इस साल नव वर्ष उत्सव में काफी कमी आई है।
- लोग अपने घरों में गणेश पूजा और अन्य अनुष्ठानों के साथ दिन मना रहे हैं।
- इस दिन, बंगाली व्यापारी समुदाय हाल खात नाम से खातों की नई किताबें खोलता है।
- बंगला नोबोबोरशो बंगाली कैलेंडर का पहला दिन है।
- यह 14 अप्रैल को बांग्लादेश में एक राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
- 14 या 15 अप्रैल को भारतीय राज्यों पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और उत्तरी ओडिशा में और असम के कुछ हिस्सों में बंगाली विरासत के लोगों द्वारा चाहे वे किसी भी धर्म के क्यों ना हो, नव वर्ष मनाया जाता है।
7. स्वतंत्रता सेनानी एम बी देसाई का निधन।
- हाल ही स्वतंत्रता सेनानी एम बी देसाई का निधन हो गया। वे 99 वर्ष के थे।
- वे स्वतंत्रता सेनानी, खादी के प्रमोटर और वरिष्ठ पत्रकार थे।
- वह मात्र 16 साल की उम्र में स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए थे।
- उन्होंने 1940 के दशक में हैदराबाद, कर्नाटक मुक्ति आंदोलन में भी भाग लिया था।
- साथ ही उन्होंने 1956 में बेलगावी में लोक दर्शन, एक कन्नड़ साप्ताहिक की शुरुआत की थी जिसे 1963 में उन्होंने दैनिक पत्र में बदल दिया था।
- उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 2014 में राजोस्तव पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
आज का विषय-‘भूकंप’
पृथ्वी की सतह का हिलना, भूकंप कहलाता है। पृथ्वी के लिथोस्फीयर में अचानक ऊर्जा की उन्मुक्ति भूकंपीय तरंगों का निर्माण करती है, जो अंततः धरती कंपन के रूप में हमारे सामने आती है। भूकंप की तीव्रता कभी इतनी कमजोर होती है कि उसे महसूस तक नहीं किया जा सकता और कभी इतनी ज्यादा होती है कि भारी तबाही मचा देती है जैसे कि 2001 कच्छ गुजरात में आया भूकंप और 2015 में नेपाल में आया भूकंप।
भूकंप का कारण-
- टेक्टोनिक प्लेटों की गति भूकंप का सबसे सामान्य कारण है।
- ज्वालामुखी विस्फोट भूकंप का दूसरा प्रमुख कारण है। अक्सर ज्वालामुखी के विस्फोट केसाथ मैग्मा चट्टानों के पृथ्वी पर आने के पहले या बाद में भूकंप आता ही हैं।
- भूमिगत खानों में बड़ी मात्रा में खनन कार्य भूकंप आने का एक अन्य कारण होता है। चट्टानों के भीतर उत्पन्न दबाव के कारण साधारणतया पृथ्वी में कंपन होने लगता है।
- कृत्रिम विस्फोट या परमाणु परीक्षण भी भूकंप के लिए उत्तरदायी हैं। परमाणु विस्फोट जैसे उच्च घनत्व वाला विस्फोट धरती कंपन का एक प्राथमिक कारण है।
- इसके अतिरिक्त बड़े बाँधों व जलाशय का निर्माण भी क्षेत्रीय स्तर पर पृथ्वी कंपन का एक अन्य कारण है।
तरंगों के प्रकार:
भूकंप, भूकंपीय तरंगों के माध्यम से जारी ऊर्जा के कारण होते हैं। ये तरंगें सामान्यतया दो प्रकार की होती हैं- बॉडी वेव्स (शारीरिक तरंगें) और सरफेस वेव्स (सतही तरंगें)। बॉडी वेव्स को आगे वर्गीकृत किया गया है:
पी तरंगें (P-waves) - इन तरंगों को प्राथमिक तरंगों के रूप में भी जाना जाता है। वे सतह पर आने वाली पहली तरंगें हैं। ये तरंगें ध्वनि तरंगों की तरह हैं। वे सभी तीन माध्यमों- ठोस, तरल और गैस के माध्यम से यात्रा करते हैं। इन तरंगों में तरंग प्रसार की दिशा के समानांतर कंपन करने की प्रवृत्ति होती है। ये तरंगें वस्तु के विरलन और संकुचन के लिए जिम्मेदार हैं।
एस तरंगें (S-Waves) - एस तरंगें भूकंप के आने के कुछ समय बाद आती हैं और उन्हें द्वितीयक तरंगें कहते हैं। इन एस तरंगों की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि वे केवल एक ठोस माध्यम से यात्रा करते हैं। इस एस वेव के कंपन की दिशा तरंग प्रसार की दिशा के लंबवत होते है, जिससे उनके संचरण की दिशा में क्रैस्ट और ट्रॉ बनते हैं।
बॉडी वेव्स सतह की चट्टानों के साथ इंटरैक्ट करती हैं, जिससे सतह की लहरें पैदा होती हैं जो सतह के साथ चलती हैं। इन्हें भी दो भागों में विभाजित किया जा सकता है -
- एल तरंग
- आर तरंग या रेले तरंग
भूकंप का छाया क्षेत्र:
शैडो ज़ोन, पृथ्वी का वह क्षेत्र जो किसी भी तरह की तरंगों को रिकॉर्ड नहीं करता है। P और S दोनों तरंगों के लिए, 105° से 145° के बीच का क्षेत्र एक छाया क्षेत्र है। 105° से आगे का क्षेत्र S- तरंगों को रिकॉर्ड नहीं करता है। P तरंगों का छाया क्षेत्र S- तरंगों की तुलना में छोटा होता है।
(स्रोत: NCERT)
समसामयिक प्रश्नोत्तर
1. आइजोल किस पूर्वोत्तर राज्य की राजधानी है?
- मणिपुर
- त्रिपुरा
- मेघालय
- मिजोरम
2. भारत में फंसे विदेशी नागरिकों के नियमित वीजा और ई-वीजा की समय सीमा किस तिथि तक के लिए बढ़ायी गई है?
- 3 मई 2020
- 1 जून 2020
- 30 अप्रैल 2020
- 1 जुलाई 2020
3. डॉ. अंबेडकर के संबंध में कौन सा कथन सही है?
- उनका जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था।
- वे स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री थे।
- उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।
- उपरोक्त सभी सही हैं।
4. सहयोगी नेटवर्क कोलैबकैड की शुरूआत निम्नलिखित में से किसके अंतर्गत की गई है?
- अटल नवाचार मिशन
- नीति आयोग
- राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र
- उपरोक्त तीनों का संयुक्त प्रयास
5. भारतीय संविधान का कौन-सा भाग चुनाव व चुनाव आयोग से संबंधित है?
- 10
- 12
- 15
- 5
6. पोहेला बोइशाख किस राज्य में मनाया जाता है?
- केरल
- गुजरात
- पश्चिम बंगाल
- हिमाचल प्रदेश
7. हाल ही में एम बी देसाई का निधन हो गया, वे किस क्षेत्र से संबंधित थे?
- अभिनय
- पत्रकारिता
- चिकित्सा
- व्यवसाय
उत्तर
1. D
2. C
3. D
4. D
5. C
6. C
7. B
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